ईरानी तेल के बाजार में आने की उम्मीद से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है

पिछले सप्ताह ब्रेंट कच्चे तेल के भाव अमेरिका-ईरान के बीच हो रही परमाणु डील की वार्ता के दौरान 70 डॉलर प्रति बैरल के स्तरों से टूट कर 65 डॉलर तक फिसल गए। घरेलु वायदा कच्चे तेल के भाव सप्ताह में 5 प्रतिशत तक टूट कर 4550 रुपये प्रति बैरल पर रहे। तेल की कीमतें मार्च के बाद से अपने सबसे बड़े साप्ताहिक गिरावट को दर्ज करने की कगार पर है। अमेरिका और ईरान 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के करीब हैं, जो ईरान के तेल, बैंकिंग और शिपिंग क्षेत्रों पर प्रतिबंध हटा सकता है, और इस प्रकार ईरानी कच्चे तेल की आपूर्ति को बढ़ावा दे सकता है।
उधर, ओपेक समूह ने इस महीने उत्पादन में 350,000 बैरल प्रति दिन की कटौती को कम करना शुरू कर दिया है। ओपेक सामूहिक तेल उत्पादन मई और जून दोनों में 350,000 बैरल प्रति दिन और जुलाई में 400,000 बैरल प्रति दिन से अधिक बढ़ाने के लिए तैयार है। इसके अतिरिक्त, सऊदी अरब भी अगले कुछ महीनों के दौरान धीरे-धीरे १० लाख बैरल प्रतिदिन की अतिरिक्त एकतरफा कटौती को कम करेगा, जिसकी शुरुआत मई और जून दोनों में मासिक उत्पादन में 250,000 बैरल प्रतिदिन की वृद्धि के साथ होगी। कुल मिलाकर, ओपेक के जुलाई तक बाजार में 21 लाख  बैरल प्रतिदिन तक लौटने की उम्मीद है।

तकनीकी विश्लेषण

इस सप्ताह कच्चे तेल के भाव में मंदी रहने की संभावना है। ब्रेंट क्रूड ऑयल में 60 डॉलर पर सपोर्ट है और 71 डॉलर पर प्रतिरोध है। घरेलू वायदा क्रूड ऑइल में 4450 रुपये पर सपोर्ट है और 4900 रुपये पर प्रतिरोध है।

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