9 सप्ताह के बाद कच्चे तेल के भाव में बिकवाली

9 सप्ताह के बाद कच्चे तेल के भाव में बिकवाली।

कच्चे तेल की कीमतों में ऊपरी स्तरों से साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई है। क्योंकि ईरान से बाजार में अतिरिक्त आपूर्ति की संभावना ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण से उपजी संभावित आपूर्ति व्यवधान की आशंकाओं को कम कर दिया है।

ब्रेंट और अमेरिकी कच्चे तेल का वायदा पिछले सोमवार को सितंबर 2014 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गए, लेकिन विश्व शक्तियों के साथ ईरान के 2015 के परमाणु समझौते को लागू करने के लिए समझौते की रिपोर्ट के बीच, नौ सप्ताह में अपनी पहली साप्ताहिक गिरावट दर्ज की है। समझौते में उन कदमों की रूपरेखा है जो अंततः तेल प्रतिबंधों पर छूट देने की ओर ले जाएंगे।

इससे बाजार में प्रति दिन लगभग एक मिलियन बैरल कच्चा तेल वापस आ जाएगा, लेकिन इसका समय स्पष्ट नहीं है। अधिक ईरानी तेल बाज़ार में आने की संभावना के बावजूद , निकट भविष्य में कीमतों में अधिक गिरावट की उम्मीद तो नहीं है, क्योकि पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और सहयोगी दल, अपने उत्पादन लक्ष्यों को पूरा करने में असमर्थ रहे हैं। हवाई यात्रा और सड़क यातायात के रूप में तेल की मांग में भी सुधार है, लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ने पर कीमते 100 डॉलर के ऊपर भी जा सकती है।

तकनीकी विश्लेषण

अमेरिका ईरान में परमाणु सौदे पर हो रही बातचीत में अच्छी प्रगति रही है और इससे एमसीएक्स मार्च वायदा कच्चे तेल में बिकवाली का दबाव इस सप्ताह भी रहने की सम्भावना है। कच्चे तेल में 6400 रुपये के निचले स्तरों पर सपोर्ट है और 6800 रुपये पर इसका प्रतिरोध है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *