सुस्त घरेलु मांग और मौद्रिक नीति पर नियंत्रण से कीमती धातुओं में दबाव

सुस्त घरेलु मांग और मौद्रिक नीति पर नियंत्रण से कीमती धातुओं में दबाव।

पिछले सप्ताह की शुरुवात में सोने के कीमतों में अच्छी बढ़त देखि गई लेकिन अमेरिकी फ़ेडरल रिज़र्व की बैठक में मौद्रिक नीति को नियंत्रित करने के निर्णय पर सोने और चांदी के भाव ऊपरी स्तरों से टूटे गए। 10 वर्ष अमेरिकी बांड उपज में भी लगातार बढ़त दर्ज की गई है। फेड के अतिरिक्त कुछ देशो की अर्थव्यवस्थाओं में मौद्रिक नीति को नियंत्रित करने की बात से कीमती धातुओं में दबाव रहा है।

घरेलु बाज़ारो में श्राध्द के चलते सोने और चांदी की खुदरा मांग में कमी रहने के आसार है जिससे कीमती धातुओं में दबाव बना हुआ है। लेकिन, फेस्टिवल सीजन करीब होने के कारण निचले स्तरों पर सपोर्ट रहने की सम्भावना है। चीन मे चल रहे रियल स्टेट संकट के कारण कीमती धातुओं में निवेश की मांग बढ़ सकती है।

एमसीएक्स वायदा सोने के भाव में 300 रुपये प्रति दस ग्राम की साप्ताहिक बढ़त रही और पिछले सप्ताह के अंत तक कीमते 46100 प्रति दस ग्राम के करीब रही है। अमेरिकी फ़ेडरल रिज़र्व के निर्णय का असर चांदी के भाव में कम रहा और घरेलु वायदा चांदी के भाव में भी 700 रुपये प्रति किलो का साप्ताहिक सुधार देखा गया है। अमेरिकी बेरोज़गारी और सर्विस पीएमआई के कमजोर आकड़ो से भी चांदी के भाव को सपोर्ट रहा है। डॉलर जो सोने की विपरीत दिशा में चलता है, सप्ताह के निचले स्तरों पर है।

तकनीकी विश्लेषण

इस सप्ताह प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के केंद्रीय बैंक सदस्यों के बयान होने के कारण कीमती धातुओं में उठा पटक रहने के आसार है लेकिन कीमतों में निचले स्तरों से सुधार होने की संभावना तकनीकी चार्ट पर नज़र आ रही है। सोने में 45600 रुपये पर सपोर्ट है और 46500 रुपये पर प्रतिरोध है। दिसंबर वायदा चांदी में 58000 रुपये पर सपोर्ट और 61800 रुपये पर प्रतिरोध है।

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